सेवाएं

हम आपके जीवन को उत्कृष्ट बनाने और जीवन में आ रहे उतार-चढ़ावों को समझ कर उन्हें अपने अनुकुल करने में हमारी सहायता प्राप्त कर सकते हैं।

हम आपके कुंडली का विश्लेषण करके आपकी वर्तमान स्थिति के अनुरूप व्यक्तिगत ज्योतिषीय जानकारी प्रदान करते हैं।

चाहे आप ज्योतिष में विश्वास रखते हों या नक्षत्रों के बारे में समझना चाहते हों। अपना आज का राशिफल देखना दिन की शुरुआत करने का एक अच्छा और दिलचस्प तरीका हो सकता है। इससे चुनौतियों का पूर्वानुमान लगाने और उनसे निपटने के लिए आपका राशिफल प्रशिक्षक के रुप में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। हम आपको प्रतिदिन, साप्ताहिक या वार्षिक राशिफल उपलब्ध करा सकते हैं।

आपके वर्तमान व्यवसाय या अवसरों में मिल रहे चुनौतियों को समझने और उसके निवारण के उपायों के बारे में हमसे सलाह ले सकते हैं।

स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्राप्त करें और आने वाले संभावित स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से सावधानियां अपनाकर अपनी बचाव करें।

आपकी कुंडली की स्थिति अनुसार हम से वित्तीय योजना संबंधित सलाह प्राप्त करें।

रिश्तों, विवाह और पारिवारिक जीवन को बेहतर बनाने के लिए सलाह प्राप्त करें।

ग्रहों की स्थिति के आधार पर हम आपके संभावित कॅरियर के अवसरों और चुनौतियों का पता लगाने में आपकी सहायता करते हैं।

अपनी कुंडली में नकारात्मक प्रभावों या दोषों को पहचानें और उनके प्रभावों को कम करने के उपाय प्राप्त करें।

वैदिक ज्योतिष में, एक खुशहाल और पूर्ण विवाह के लिए जोड़े की अनुकूलता निर्धारित करने के लिए कुंडली मिलान का उपयोग किया जाता है। दो जन्म कुंडली के मिलान के बाद उनकी तुलना को कुंडली मैचिंग या कुंडली मिलान कहते है। कुंडली मिलन किसी भी हिंदू विवाह का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। हिंदू ज्योतिष का मानना ​​है कि वर-कन्या गुण मिलान एक जोड़े की शादी से पहले जन्म कुंडली मिलान करना एक खुशहाल और लंबी शादी सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है। विवाह के लिए कुंडली मिलान पारंपरिक रूप से पारिवारिक पुजारी या ज्योतिषी द्वारा किया जाता है।

कुंडली मिलान से कुंडली में यदि कोई मांगलिक या मंगल दोष हो तो ऐसे व्यक्ति से विवाह करना अनुचित माना जाता है। मांगलिक और गैर-मांगलिक जोड़ों के बीच कुंडली मिलान करने की अनुमति नहीं दी जाती है। यदि ऐसा मेल संभव नहीं है, तो दंपत्ति को इसका समाधान करना होगा और आवश्यकतानुसार सही कदम उठाने होंगे। ज्योतिषीय मान्यता है कि इन दोषों को नजरअंदाज कर विवाह करने से शादी में कलह आती है।

कुंडली का मिलान करने के मूल रूप से दो तरीके हैं।
  1. नाम से कुंडली मिलान -
    इस विधि में वैवाहिक जोड़े के नाम का उपयोग करके उनकी अनुकूलता की पुष्टि की जाती है। इस विधि को नाम से 36 गुण मिलान के रूप में भी जाना जाता है।
  2. जन्म तिथि से कुंडली मिलान -
    जन्म तिथि से कुंडली मिलान, जिसे लग्न पत्रिका या जन्म पत्रिका मिलान के रूप में भी जाना जाता है जो प्राचीन अष्टकूट पद्धति पर आधारित है। यह विधि दो लोगों के जन्म विवरण, जैसे जन्म का समय और तारीख, के आधार पर उनकी अनुकूलता निर्धारित करती है।

ज्योतिष शास्त्र द्वारा निर्मित जन्मकुंडली के अध्ययन से बताया जा सकता है कि, किसी जातक की कुंडली में विदेश यात्रा का योग है या नहीं। किसी भी जातक की जन्मकुंडली के षष्ठ भाव, अष्टम भाव, नवम, सप्तम, बारहवां भाव विदेश यात्रा से संबंधित होते हैं, जिनके आधार पर पता लगाया जा सकता है कि कब विदेश यात्रा का योग बन रहा है। इसी तरह से जन्मकुंडली के तृतीय भाव से भी जीवन में होने वाली यात्राओं के बारे में बताया जा सकता है। कुंडली में अष्टम भाव समुद्री यात्रा का प्रतीक होता है और सप्तम तथा नवम भाव लंबी विदेश यात्राओं या विदेशों में व्यापार, व्यवसाय एवं दीर्घ प्रवास बताते हैं। जातक यदि विदेश में अपना कोई कार्य करने की योजना बना रहा है तो इस अध्ययन के आधार पर परिणाम का आकलन किया जा सकता है।

हम आपकी कुंडली के माध्यम से आपकी शैक्षिक यात्रा पर गहन विचार करते हैं। उसी आधार पर हमारे परामर्श से आपको निम्नलिखित में मदद प्राप्त होता है:1. आपके अध्ययन के क्षेत्र का चयन2. आपकी सफलता का समय3. आपके शिक्षा में आने वाली बाधाएँ व उनके समाधान4. आपके कॅरियर का रुपरेखा पर विचार